व्यक्ति के जीवन में मुहुर्त की क्या विशेषता है?

मुहुर्त क्या है?

मुहूर्त यानी वो समय शुभ समय जब आप अपना कोई भी कार्य आरंभ करते है और कामना करते है कि वह कार्य सफल हो जाये। हमारे ऋषी मुनियों और संतो साधु द्वारा की गई काल गणना अनुसार हर कार्य हेतु अलग अलग मूहूर्त निश्चित किया गया है, जिससे वह कार्य सफल हो सके, हर व्यक्ति की जन्मतिथी और कुडली अनुसार उसके जीवन से एक ग्रह जुड़ा होता है, उसी ग्रहानुसार तारे, नक्षत्र जुड़े होते है जिन्हें ध्यान में रखते हुये तिथीयों का आकलन करके कार्य के इच्छित फलप्राप्ति के लिए 'शुभ मुहूर्त' दिये जाते है, अनादि काल से कोई भी कार्य मुहूर्त अनुसार ही करने की परंपरा चली आ रही है, जो हमारे पूर्वज की ही धरोहर है।

लॉटरी या अन्य LEGAL GAMBLING के लिए मुहूर्त क्यू जरुरी है ?

हर व्यक्ति के जन्म से उसके जीवन के साथ एक ग्रह जुड़ा होता है उसी ग्रहानुसार तारो, नक्षत्रो को ध्यान में रखते हुए उस व्यक्ति की जन्मतिथी और कुंडली का आकलन किया जाता है, और इसी अनुसार व्यक्ति विशेष के किए लॉटरी और अन्य LEGAL GAMBLING के मुहूर्त निकाले जाते है, जिससे उसकी जीत की संभावना अदभुत रूप से बढ़ जाती है, Lottery Pandit द्वारा दी जानेवाली यह विशेष सेवा सिर्फ 100 नामो के लिए ही है।

शेअर मार्केट इन्वेस्टमेन्ट के लिए मुहूर्त क्यों जरूरी है?

शेअर मार्केट, भाग्य से जुड़ा होता है, पर अगर इसे ज्यादा अवधि के लिए निवेश करने के नजरिये से देखा जाए तो यह अद्भुत फायदा भी देता है और कभी कभी नुकसान का कारक भी बनता है इसलिए किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले जरूरी अभ्यास अथवा संशोधन किया जाय और व्यक्ति की कुंडली अनुसार विशेष फलदायी मुहूर्त पे ही निवेश किया जाय तो यह फायदा देने के लिए भाग्य को मजबूत कर देता है।

संपत्ति (PROPERTY) खरीदने के लिए मुहुर्त' क्यूं जरूरी है?

किसी भी संपत्ति जैसे जमीन, बंगला, फ्लैट, या खेत खरीदने से पहले मुहुर्त देखा जाता है, जिससे वह संपत्ति व्यक्ति के लिए लाभकारी सिद्ध होती है और नकारात्मक प्रभावों से दूर रहती है। PROPERTY खरीदते समय दिशा और वास्तुशास्त्र के नियमों को ध्यान मे रखना भी विशेष और लाभकारी होता है।

विवाह के लिए शुभ मुहूर्त क्युं जरूरी है?

विवाह के लिए 'शुभ मुहूर्त बेहद महत्वपूर्ण माना गया है, प्राचीन काल से ही विवाह के शुभ मुहूर्त का चयन करके ही, विवाह संपन्न किए जाते रहे है, ताकी वर और वधू के आनेवाले जीवन में कोई समस्या उत्पन्न ना हो और जीवन में प्रसन्नता रहें। हमारे महान पूर्वजो द्वारा रचित ज्योतिष महाविद्या की मदद से और वर वधु की कुंडलीयों का आपस में गुणमिलान करके ही विवाह के लिए 'शुभ मुहर्त' का चयन किया जाता है। सदियों से कहा जाता रहा है कि 'शुभ मुहर्त' पे किया गया विवाह कभी असफल नहीं होता।

नया व्यापार शुरू करने के लिए मुहूर्त क्युं जरूरी है?

किसी भी नये व्यापार की शुरुआत अगर व्यक्ति की जन्मतिथी और कुडली अनुसार चयन किये 'शुभ मुहूर्त' पे की जाए तो व्यापार के लिए अदभूत फलदायी होता है। शुभ मुहूर्त पे शुरू किये गए व्यापार सफलता के परचम छूकर व्यक्ति को अपार धन का स्वामी बनाता है। इसलिए हर व्यक्ति को अपना व्यापार या व्यापर संबंधित कोई भी कार्य शुभ एवं उत्तम फल देने वाले 'मुहूत पे ही करना चाहिए। साथ में किये गये व्यापार वृध्दी के उपाय एवं यंत्र भी विशेष फल देते हैं, आप चाहे तो यहाँ से खरीद सकते हैं।

फिल्म, सिरियल या वेब सिरीज के लिए मुहूर्त क्यूं जरूरी है?

फिल्म, सिरियल और वेब सिरीज को मनोरंजन के उद्देश्य से प्रचारित और प्रसारित किया जाता है, पर कभी कभी देखा जाता रहा है के कूदड़ता से भरी फिल्म 'सफल' हो जाती है और अच्छे विषय पर आधारित फिल्म या सिरियल को 'असफलता' का चेहरा देखना पड़ता है। ये सब भाग्यानुसार ही घटीत होता है, पर अगर एक शुभ और लाभ देनेवाले 'मुहूर्त' पे फिल्म का निर्माण शुरू किया जाए तो उसके लिए सफलता के सभी द्वार खुल जाते हैं। इसलिए बहुत से फिल्मकार अपने फिल्म के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करते है और उसी शुभ समय पर कार्य आरंभ करते है।

सरकारी या गैरसरकारी नौकरी के साक्षात्कार के लिए मुहूर्त क्यूं जरूरी है?

हमारे पूर्वजो द्वारा रचित ज्योतिष पद्धतिनुसार सरकारी अथवा गैरसरकारी नौकरी के आवेदन या साक्षात्कार के लिये घर से निकलने का समय 'शुभ' हो तो, वह उस व्यक्ति के लिये भाग्यवर्धक सिद्ध होता है। इसके लिये 'शुभ मुहूर्त' का चयन व्यक्ति के जन्मतिथी और कुंडली अनुसार किया जाता था, जो उसे विशेष फल देता है। मंत्रजाप और यंत्रपूजा भी अद्भुत परिणाम देते है।

कोर्ट से संबंधित कामकाजो के लिए मुहुर्त क्यूं जरूरी है?

समय मे आनेवाले परिवर्तन के साथ ही भारतीय कानून व्यवस्था और न्यायालय की गतीविधीयो में अद्भुत परिवर्तन हुआ है, और न्याय देने की प्रक्रिया में आई हुई गति इसका प्रमाण है। शुभ समय में किया गया काम हमेशा अच्छे परिणाम ही देता है, इसलिए ज्योतिषवेद और अनुभवी पंडितो द्वारा सलाह दी जाती है की कोर्ट से सबंधित कार्य जैसे कोर्ट मॅरेज, न्याय के लिए कोर्ट केस फाईल करना अथवा अन्य कार्य हो उन्हें शुभ मुहूर्त पे ही करना चाहीए, जिससे इच्छति परिणाम प्राप्त हो।

समारंभ, पूजा, होम हवन के लिए मुहूर्त क्यूं जरूरी है?

घर में कोई विशेष समारंभ हो या घर-ओफीस की शुद्धता के लिए रखी गई पूजा हो, ये एक खास 'शुभ मुहूर्त पे ही आरंभ होनी चाहीए, इसके परिणाम स्वरूप समारंभ व्यवस्थित और बिना किसी व्यधान के संपन्न होते है तथा उत्तम मुहुर्त पे संपन्न किए गये पूजा, हवन के फलस्वरूप घर में लक्ष्मी का आगमन होता है और सारी नकारात्मक उर्जााएं नष्ट होती है।

शैक्षणिक कार्यों (EDUCATION) के लिए 'मुहूर्त' क्यू जरूरी है?

किसी भी व्यक्ति के जीवन की शुरुआत विद्यार्थी जीवन से ही होती है. इसलिए स्कूल, कॉलेज में दाखिला कराते वक्त घर से निकलने का समय अर्थात 'मूहूर्त' शुभ हो तो, बच्चे की बुद्धि पर और उसके आगे भविष्य के शैक्षणिक जीवन पर अलौकीक असर होता है। इसी के साथ विषयों के प्रति योग्य मार्गदर्शन भी बच्चे को प्रगति के पथ पर चलने के लिए मजबूत बनाता है। शारीरीक और मानसिक प्रगति के लिये भी महत्वपूर्ण होता है।

किसी भी जमीन पर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए 'मुहूर्त' क्यू जरूरी है?

हम कई जगह ऐसी देखते है जहाँ जमीन या अन्य संपत्ति लेने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाता, और बाधाएं आती ही रहती है, कई जगह निर्माण (CONSTRUCTION) शुरू तो हो जाते हैं, पर कुछ नकारात्मक बाधाओं की वजह से अटक जाते है और कई सालो तक भी पूरे नहीं हो पाते। हमारे महानतम पूर्वजो द्वारा रचित 'मुहुर्त पद्धती द्वारा चयन किए गये 'शुभ समय पर ही अगर निर्माण कार्य शुरू किया जाए तो सभी नकारात्मक बढ़ाए नष्ट हो जाती है। शुभ मुहूर्त पे शुरू कि गया कोई भी निर्माण कार्य (Construction) शुभ फल ही देता है। वास्तू पूजा और यंत्र भी विशेष फल देने में सक्षम होते है।

प्रवास शुरू करने के लिये मुहूर्त क्यूं जरूरी है?

गलत समय पे शुरू की गई यात्रा हमेशा हानि का कारण बन सकती है। हमारे पूर्वज ऋषी-मुनीयों द्वारा बनाई गई ज्योतिष विद्या हर दिन के हवामान और परिस्थितियों का विश्लेषन करने में सक्षम है। इसलिए अगर व्यक्ति शुभ समय या मुहुर्त देखकर ही अपनी यात्रा की परियोजना (PLAN) करे तो उसके लिए वह यात्रा सुखद एवं सुरक्षित सिद्ध होती है।

धन के किसी भी कार्य के लिए मुहूर्त क्यू जरूरी है?

धन हमारे जीवन से अत्यंत महत्वपूर्ण तरीके से जुड़ा हुआ है, और धन का कोई भी कार्य जैसे कर्ज का लेन-देन, व्यापार के लिए धन का लेन-देन करते समय अगर 'विशेष मुहुर्त का चयन कर उसी शुभ समय पर किए जाएं तो धन की हानि होने की संभावना टल जाती है और लक्ष्मी जी का आगमन होता है। इसलिए धन संबंधित कोई भी कार्य करते समय उसका शुभ मुहूर्त पे किया जाना महत्वपूर्ण होता है।